[45+] Ishq Shayari | इन इश्क़ शायरी से करें अपने प्यार का इज़हार
1
इश्क़ की गहराईयों में खोया हुआ,
अपनी बातों को अदाएं देता है।
कोई न समझे इसकी कहानी,
मगर दिल को छू लेता है।
2
दिल के तूफ़ानों में उलझी हुई बातें,
इश्क़ की गहराईयों में छुपी हुई बातें।
तेरी यादों का क़तरा, ज़हर बनकर चाँदनी,
इस दिल को ज़हरीला बना देता है ये इश्क़।
3
इश्क़ की राह में ज़िन्दगी की राहें भूल जाते हैं,
दिल की बातों को लफ़्ज़ों में खोल जाते हैं।
उनसे मिलने की तमन्ना में हम,
अपनी ही ज़िन्दगी को भूल जाते हैं।
4
इश्क़ की राहों में खोया हुआ हूँ,
तेरी यादों के साथ सजा हुआ हूँ।
जब भी तेरी याद आती है,
दिल को बेचैन सा बना हुआ हूँ।
5
दिल की हर धड़कन में तेरा नाम है,
इश्क़ की आग में जलता हुआ आँखों का ख़्वाब है।
तेरी यादों की गहराइयों में उलझा हूँ,
मेरी साँसों में तेरी ही खुशबू का अरमान है।
6
जब इश्क़ का ज़हर छू लिया उसने,
तब दिल को हर दर्द से रूबरू किया।
प्यार की बातों में गुम हो गए हम,
दिल को तेरे ख्वाबों में भुला लिया।
7
इश्क़ की राह में खोया हुआ हूँ,
तेरी ख़्वाबों में ही खोया हुआ हूँ।
तेरी यादों के साथ जीता हूँ मैं,
खुद से लड़कर तेरे प्यार में खोया हुआ हूँ।
8
जब इश्क़ से तेरे रूबरू होते हैं,
दिल की धड़कनें गुलज़ार होती हैं।
तेरी बातों में खोकर हम,
अपनी ज़िन्दगी को ख़ुदा की तलाश में खोते हैं।
9
तेरी मोहब्बत में खोया हुआ हूँ,
दिल की हर धड़कन में तेरा इंतज़ार हूँ।
तेरे प्यार में उलझकर हम,
अपनी ही धड़कनों का गुनगुनाहट में हूँ।
10
इश्क़ की आग में जलते हैं हम,
तेरी बेवफ़ाई के इंतज़ार में हम।
तेरी यादों की राह में खोया हूँ,
दिल की हर धड़कन में तेरा इंतज़ार हूँ।
11
इश्क़ की गहराइयों में खोया हुआ,
तेरी बातों में ही खुद को पाया हुआ।
जब से तुझसे मिला हूँ,
दिल को बस तेरे ही इंतज़ार में रहा हुआ।
12
तेरे इश्क़ में खोया हूँ,
जीने की वजह पाया हूँ।
तेरी यादों में धड़कता हूँ,
अपनी ज़िन्दगी का मतलब पाया हूँ।
13
तेरे इश्क़ में दीवाना हूँ,
तेरी यादों में बेहोश हूँ।
तेरे ख़्वाबों में खोया हूँ,
तेरी बातों में उलझा हूँ।
14
जब इश्क़ का ज़हर पिया है,
फिर हर दर्द को महसूस किया है।
तेरी बेवफ़ाई को इंतज़ार किया है,
और अब तन्हाई में तेरा इंतज़ार किया है।
15
इश्क़ का ज़ाम बनाकर पी गया हूँ,
तेरी यादों में दिन रात जी गया हूँ।
तेरी चाहत में हर दर्द सहा हूँ,
और अब तेरे प्यार में ही जी रहा हूँ।
16
इश्क़ की राहों में खोया हुआ,
तेरी बेवफ़ाई में रोया हुआ।
तेरी यादों के सहारे जीता हुआ,
दिल को तेरी मोहब्बत में खोया हुआ।
17
तेरी यादों के साथ जी रहा हूँ,
इश्क़ के सफ़र में खोया हुआ।
तेरे ख्वाबों के महल में बसा हूँ,
दिल की हर धड़कन में तेरा इंतज़ार करता हूँ।
18
कुछ दिलों को तोड़ कर, कुछ दिलों को चुरा कर,
इश्क़ ने हर किसी को दीवाना बना दिया।
तेरे इश्क़ में खोया हुआ, तेरे प्यार में उलझा हुआ,
अपनी मोहब्बत का इकरार करता हूँ।
19
जब तेरे साथ हूँ, तो जीने का इहसास होता है,
तेरे बिना, तो जिंदगी का कोई अर्थ नहीं होता है।
तेरी मोहब्बत में खोकर हम, सब कुछ भूल जाते हैं,
और इस प्यार के चंद लम्हों को हम हमेशा याद रखते हैं।
20
इश्क़ की राहों में खोया हूँ,
तेरी बातों में ही खुद को पाया हूँ।
तेरे इश्क़ में जीना सिखा हूँ,
दिल को तेरे ख्वाबों में सजा हूँ।
21
इश्क़ की आग में जलते हैं हम,
तेरी बातों में ही खोये हुए रहते हैं।
तेरी यादों के साथ जीते हैं हम,
दिल को तेरी मोहब्बत में धड़कते रहते हैं।
22
प्यार की गहराइयों में खोया हुआ,
तेरी यादों में ही जीता हुआ।
दिल के हर कोने में तेरा इंतज़ार हूँ,
तेरी चाहत में जलता हुआ।
23
प्यार की गहराइयों में खोया हुआ,
तेरी यादों में ही जीता हुआ।
दिल के हर कोने में तेरा इंतज़ार हूँ,
तेरी चाहत में जलता हुआ।
24
प्यार की राहों में खोया हुआ,
तेरी बातों में ही खुद को पाया हुआ।
तेरे इश्क़ में जीने का अहसास हूँ,
दिल को तेरे ख्वाबों में खोया हुआ।
25
तेरे इश्क़ में डूबा हुआ हूँ,
तेरी यादों में खोया हुआ हूँ।
दिल के हर जज़्बात को तेरे नाम किया है,
तेरे प्यार में ही जीने का दावा किया है।
26
तेरे इश्क़ में बहका हुआ,
तेरी यादों में उलझा हुआ।
ज़िंदगी के हर पल में तेरी तलाश है,
इश्क़ के जादू में धीरे-धीरे मस्ताना हुआ।
27
तेरे इश्क़ में खोया हुआ,
दिल को तेरे ख्वाबों में खोया हुआ।
तेरी यादों के साथ जी रहा हूँ,
इस प्यार के जादू में खोया हुआ।
28
इश्क़ की राहों में उलझा हूँ,
तेरी बातों में ही खोया हुआ।
तेरी यादों का सहारा लेकर,
अपनी ज़िन्दगी को सवारा हुआ।
29
इश्क़ की राहों में खोया हुआ,
तेरी यादों में ही जीता हुआ।
तेरी बेवफ़ाई में रोया हुआ,
अपनी मोहब्बत का इंतज़ार किया हुआ।
30
तेरे इश्क़ में जलते हैं हम,
दिल के हर दर्द को छुपाते हैं हम।
तेरी यादों के साथ जीते हैं हम,
और तेरे प्यार में ही बसे हैं हम।
31
इश्क़ की गहराइयों में खोया हुआ,
तेरी यादों के साथ जीता हुआ।
दिल की हर धड़कन में तेरा इंतज़ार है,
तेरी बातों में ही खुद को बहार है।
32
इश्क़ की राहों में खोया हुआ,
तेरी यादों में ही जीता हुआ।
दिल की हर धड़कन में तेरा इंतज़ार है,
तेरी बातों में ही मेरा प्यार है।
33
इश्क़ की राहों में खोया हूँ,
तेरी बातों में ही जीना चाहता हूँ।
तेरे प्यार में ही सच्चाई पाई है,
दिल को तेरी मोहब्बत में खोया हूँ।
34
तेरी बातों में ही खोया हुआ,
इश्क़ की गहराइयों में डूबा हुआ।
तेरी यादों के साथ जी रहा हूँ,
दिल को तेरे प्यार में सजा हुआ।
35
जब से तुझसे मिला हूँ,
दिल को तेरे इश्क़ में जला हूँ।
तेरी यादों में ही खोया हूँ,
अब तो बस तेरा ही इंतज़ार किया हूँ।
36
तेरे इश्क़ में खोकर जी रहा हूँ,
तेरी बातों में ही खोया हुआ हूँ।
तेरी यादों के साथ रहता हूँ,
अपनी धड़कनों को तेरे नाम से भरता हूँ।
37
तेरे इश्क़ में जलते हुए हैं हम,
तेरे इश्क़ में ही खोए हुए हैं हम।
तेरी यादों की राह में चलते हैं हम,
अपनी ज़िन्दगी को तेरे इंतज़ार में गुज़ारते हैं हम।
38
तेरे इश्क़ में बेखुद हैं हम,
तेरी बातों में ही खोये हुए हैं हम।
तेरी यादों की गहराइयों में उलझे हुए हैं हम,
और तेरे प्यार में ही जी रहे हैं हम।
39
इश्क़ के सफ़र में उलझा हूँ,
तेरी यादों का सहारा पाकर जी रहा हूँ।
तेरी बातों में ही खोया हूँ,
दिल की हर धड़कन में तेरा ही इंतज़ार करता हूँ।
40
इश्क़ के सागर में डूबा हुआ हूँ,
तेरी यादों के सहारे जी रहा हूँ।
तेरे इश्क़ में उलझकर ही सही,
मेरी रूह को तेरे ख्वाबों में बसा हूँ।
41
तेरे इश्क़ में खोकर ही जी रहा हूँ,
तेरी यादों में ही रंगा हुआ जी रहा हूँ।
तेरी चाहत के दीवाने बन कर ही सही,
अपनी हर साँस में तेरी खुशबू लिए जी रहा हूँ।
42
इश्क़ की राहों में उलझा हुआ,
तेरी यादों में ही बसा हुआ।
तेरे प्यार में ही जी रहा हूँ,
दिल को तेरे इंतज़ार में सजा हुआ।
43
तेरे इश्क़ के आग में जलते हैं हम,
तेरी बातों में ही खोए हुए हैं हम।
तेरी यादों के साथ जीते हैं हम,
दिल को तेरे प्यार में खोये हुए हैं हम।
44
जब से तेरी मोहब्बत में खोया हूँ,
हर रोज़ तेरी यादों में रोया हूँ।
तेरे इश्क़ में ही ज़िन्दगी बिताना है मुझे,
दिल को तेरे प्यार में खोना है मुझे।
45
तेरे इश्क़ की आग में जलते हुए,
तेरी यादों के साथ जीते हुए।
दिल को तेरे इंतज़ार में सजा हुआ,
तेरी मोहब्बत में ही खोये हुए।
46
प्यार की गहराइयों में खोया हुआ,
तेरी यादों में ही जीता हुआ।
तेरे इश्क़ के जादू में उलझा हुआ,
अपनी हर साँस में तेरा ही इंतज़ार किया हुआ।
47
इश्क़ का इज़हार करना है तो,
दिल की धड़कनों से कहना है।
तेरे नाम की मोहब्बत को बताना है,
और तुझसे मिलने का इंतज़ार करना है।